मैनगेट पर होर्न की आवाज आते ही मैं भागकर घर के
अंदर आ गया। एक नजर ताईजी को देखते हुए मैं जल्दी-जल्दी सीढीयाँ चढने लगा तो वो साड़ी
के कोने से चश्मे को रगड़ते हुए बोलीं वासु सुन तो
आया ताईजी
कहते हुए मैंने उपर मेघा
दी को आवाज लगाई। मेरे पहुँचने से पहले मेरे शब्द कमरे में पहुँच चुके थे।
पूरी की पूरी बारात
आई है...दी हाँफते हुए मैंने पर्दा हटाया और एक नजर कमरे पर डाली। हर चीज बिखरी
थी, बिस्तर पर कपडे थे, तौलिया नीचे फर्श पर, कबर्ड खुली थी, पंखा फुलस्पीड पर
लेकिन इन सबके बीच वो नहीं दिखी जिनकी आज सगाई थी।