उसके वो बेमकसद सवालों के जबाव ढूंढना मुझे अच्छा लगता था, उसके गीले बालों की खुश्बू, वो अचानक से आकर मेरे कंधे पर उसका हाथ रखना, ज़िद करके मेरी ही प्लेट में खाना-खाना, और रात को सोते वक्त मेरे हाथ को खींच कर तकिया बना लेना, अक्सर मुझे हैरानी में डाल देता, कोई कैसे इतनी जल्दी इतना करीब आ सकता है, मेरी समझ से परे था।